बिरधि भइओ सूझै नही कालु पहूचिओ आनि ॥
कहु नानक नर बावरे किउ न भजै भगवानु ॥४॥
(वाणी श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी)।
श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के इस शलोक की व्याख्या इस वीडियो में की गयी है…
बिरधि भइओ सूझै नही कालु पहूचिओ आनि ॥
कहु नानक नर बावरे किउ न भजै भगवानु ॥४॥
(वाणी श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी)।
श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के इस शलोक की व्याख्या इस वीडियो में की गयी है…
धर्म और शख़्सियत-प्रस्त फ़िरक़ा (Personality Cult) एक नहीं हैं। दोनों में ज़मीन आसमान का फ़र्क़ है।
अगर हमें गुरु से मुहब्बत है, तो हम गुरु की बात मानेंगे…
Hindi Video…
तरनापो इउ ही गइओ लीओ जरा तनु जीति ॥
कहु नानक भजु हरि मना अउध जातु है बीति ॥३॥
(१४२६, श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी)।
श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के इस शलोक की व्याख्या इस वीडियो में की गयी है…
योद्धा और जल्लाद को एक ही मत समझ लेना। दोनों में ज़मीन आसमान का फ़र्क़ है।
Hindi Video
बिखिअन सिउ काहे रचिओ निमख न होहि उदासु ॥
कहु नानक भजु हरि मना परै न जम की फास ॥२॥
(१४२६, श्री गुरु ग्रन्थ साहिब जी)।
श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के इस शलोक की व्याख्या इस वीडियो में की गयी है…
Hindi Video
गुन गोबिंद गाइओ नही जनमु अकारथ कीनु ॥
कहु नानक हरि भजु मना जिह बिधि जल कउ मीनु ॥१॥
श्री गुरु तेग़ बहादुर साहिब जी के इस शलोक की व्याख्या इस वीडियो में की गयी है…
ਵੱਖ-ਵੱਖ ਦੇਸ਼ਾਂ ਦੀਆਂ ਸਰਹੱਦਾਂ ਕੁਦਰਤ ਜਾਂ ਰੱਬ ਨੇ ਨਹੀਂ ਬਣਾਈਆਂ । ਇਹ ਸਰਹੱਦਾਂ ਸਿਆਸੀ ਆਗੂਆਂ ਨੇ ਬਣਾਈਆਂ ਹਨ । ਕੁਦਰਤ ਇਨ੍ਹਾਂ ਸਰਹਦਾਂ ਨੂੰ ਮਾਨਤਾ ਨਹੀਂ ਦਿੰਦੀ । ਇਸ ਵੀਡੀਉ ਵਿੱਚ ਇਨ੍ਹਾਂ ਵੀਚਾਰਾਂ ਦੀ ਹੀ ਵਿਆਖਿਆ ਕੀਤੀ ਗਈ ਹੈ ।
ਫਰੀਦਾ ਮਉਤੈ ਦਾ ਬੰਨਾ ਏਵੈ ਦਿਸੈ ਜਿਉ ਦਰੀਆਵੈ ਢਾਹਾ ॥
ਅਗੈ ਦੋਜਕੁ ਤਪਿਆ ਸੁਣੀਐ ਹੂਲ ਪਵੈ ਕਾਹਾਹਾ ॥
ਇਕਨਾ ਨੋ ਸਭ ਸੋਝੀ ਆਈ ਇਕਿ ਫਿਰਦੇ ਵੇਪਰਵਾਹਾ ॥
ਅਮਲ ਜਿ ਕੀਤਿਆ ਦੁਨੀ ਵਿਚਿ ਸੇ ਦਰਗਹ ਓਗਾਹਾ ॥੯੮॥
कुछ लोग इतने कपटी होते हैं कि उन के सुधरने की कोई गुंजाइश नहीं होती। उनको कितना भी उपदेश कर लो, वे कभी नहीं सुधरते। ऐसे लोग कांसे की तरह होते हैं, जिसको कितना भी धो लो, वह कालिख छोडना बन्द नहीं करता।
उजलु कैहा चिलकणा घोटिम कालड़ी मसु ॥
धोतिआ जूठि न उतरै जे सउ धोवा तिसु ॥१॥
(७२९, श्री गुरु ग्रन्थ साहिब)।